ओशो का जीवन परिचय
ओशो का जीवन परिचय ओशो (Osho), जिनका असली नाम भगवान श्री रजनीश चन्द्र मोहन (Bhagwan Shri Rajneesh Chandra Mohan) था, एक अद्वैत मार्गी, आध...
ओशो का जीवन परिचय ओशो (Osho), जिनका असली नाम भगवान श्री रजनीश चन्द्र मोहन (Bhagwan Shri Rajneesh Chandra Mohan) था, एक अद्वैत मार्गी, आध...
Download Osho Audio Discourses Android app भूमिका ``तंत्र विज्ञान है; तंत्र दर्शन नहीं है. दर्शन को समझना आसान है; क्यूंकि उसके लि...
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प्रिय योग यशा, प्रेम। नये जन्म पर मेरे शुभाशीष । संन्यास नया जन्म है। स्वयं में, स्वयं से, स्वयं का। वह मृत्यु भी...
प्रिय योग समाधि, प्रेम। संन्यास गौरी-शंकर की यात्रा है। चढ़ाई में कठिनाइयां तो हैं ही। लेकिन दृढ़ संकल्प के मीठे फल ...
प्रिय आनंदमूर्ति, प्रेम। फौलाद के बनो-मिट्टी के होने से अव का नहीं चलेगा। संन्यासी होना प्रभु के सैनिक होना है। मात...
प्रिय प्रेम कृष्ण, प्रेम। संन्यास की सुगंध को संसार तक पहुंचाना है। धर्मों के कारागृहों ने संन्यास के फूल को भी वि...
प्रिय योग प्रिया, प्रेम। तेरे संन्यास से अत्यंत आनंदित हूं। जिस जीवन में संन्यास के फूल न लगें, वह वृक्ष वांझ है। क्...
प्रिय योग प्रेम, प्रेम। तेरा पत्र पाकर आनंदित हूं। प्रेम ही अब तेरे लिए प्रार्थना है। प्रेम ही पूजा है। प्रेम ही पर...
प्यारी जसू, प्रेम। सूर्य को पाने की अभीप्सा, है, तो जरूर ही पा सकेगी। लेकिन जलने का साहस चाहिए। बिना मिटे प्रकाश नह...
प्रिय कृष्ण चैन्तय, प्रेम। तुम्हारे नए जन्म का साक्षी बनाकर आनंदित हूं। तुम्हारे कितने जन्मों का प्रयास था। लेकिन, ...
प्यारे वावूभाई, प्रेम। पत्र पाकर आनंदित हं। आत्मक्रांति का क्षण निकट है। उसके पूर्व प्रसव पीड़ा से भी गूजरना पड़ता ...
प्यारी मधु, प्रेम। संघर्ष का शुभारंभ है। और, उसमें तुझे धक्का देकर मैं अत्यंत आनंदित हूं। संन्यास संसार को चूनौती है। ...
प्रिय मधु, प्रेम। कम्यून की खबर हृदय को पूलकित करती है। वीज अंकुरित हो रहा है। शीघ्र ही असंख्य आत्माएं उसके वृक्ष तल...
प्यारी कुसुम, प्रेम। सत्य क्या है? परिभाषा में जो आ जाता है, कम से कम वह नहीं है। इसलिए, परिभाषाएं छोड़ो। व्याख्या ...
कोई बुद्धिमान आदमी कभी किसी का अनुयायी नहीं बनता - ओशो जो आदमी भी किसी का अनुयायी बनता है, वह आदमी पहली तो बात है खतरनाक है, डेंजरस है। क्य...