कोई आदमी विश्वास करने से धार्मिक नहीं हो सकता - ओशो
कोई आदमी विश्वास करने से धार्मिक नहीं हो सकता - ओशो तीसरा सूत्र आपसे कहना चाहता हूं: अब तक, आज तक की हमारी सारी विचारणा इस बात को मान कर चल...
कोई आदमी विश्वास करने से धार्मिक नहीं हो सकता - ओशो तीसरा सूत्र आपसे कहना चाहता हूं: अब तक, आज तक की हमारी सारी विचारणा इस बात को मान कर चल...
हिचकी - ओशो मैंने सुना है, एक डाक्टर के दफ्तर में--हो सकता है अजित सरस्वती हों; अब छिपाना क्या, अब बता ही देना ठीक है--एक महिला भ...
अगर भारत को धार्मिक बनाना है, तो एक स्वस्थ शरीर की विचारणा धर्म के साथ संयुक्त करनी जरूरी है - ओशो लेकिन हमने हजारों साल में एक धारा विकसि...
पंडितों के पास धर्म नहीं होता, सिर्फ धर्म की बकवास होती है - ओशो विनम्रता तो अहंकार पर लीपापोती है। विनम्रता तो अहंकार को सजावट...
शरीर और आत्मा का एक सम्मिलित संगीत है - ओशो सारी दुनिया में ऐसे लोग थे, जो मानते थे कि मनुष्य केवल शरीर है, शरीर के अतिरिक्त कोई आत्मा नहीं...
विनम्रता के पीछे अहंकार छिपा रहता है - ओशो मैंने सुना है कि लखनऊ में एक स्त्री गर्भवती हुई और गर्भवती बनी ही रही। नौ महीने आए, गुजर गए; न...
परलोक के अति चिंतन ने भारत को अधार्मिक बना दिया - ओशो पहली बात है: परलोक के संबंध में अति चिंतन ने भारत को अधार्मिक होने में सहायता दी, धा...
ब्राह्मण महाभिमानी रहा है - ओशो शांत स्वभाव और ब्राह्मण? तो ये दुर्वासा जैसे ऋषि किसने पैदा किए? जो जरा सी बात में अभिशाप दे डालें। और ऐस...
भारत की पूरी कौम बूढी क्यों हो गई है - ओशो स्वामी राम जापान गए। जिस जहाज पर वह थे, एक नब्बे वर्ष का जर्मन बूढा चीनी भाषा सीख रहा था। अब ची...
दस हजार सालों से ब्राह्मण भारत की छाती पर बैठा है - ओशो मनुस्मृति हिंदू धर्म का मूल आधार-ग्रंथ है, जिससे हिंदू की नीति निर्धारित होती है।...
हम धार्मिक नहीं हैं और हम अपने को धार्मिक समझ रहे हैं - ओशो मैंने सुना है, एक पागलखाने का नेहरू निरीक्षण करने गए थे। उस पागलखाने में उन्हो...
कोई बुद्धिमान आदमी कभी किसी का अनुयायी नहीं बनता - ओशो जो आदमी भी किसी का अनुयायी बनता है, वह आदमी पहली तो बात है खतरनाक है, डेंजरस है। क्य...