आदमी की तरकीबें अहंकार की बहुत अदभुत हैं - ओशो
आदमी की तरकीबें अहंकार की बहुत अदभुत हैं - ओशो गांधी जी गोलमेज कांफ्रेंस में इंग्लैंड गए थे। गांधी जी के एक सेक्रेटरी बर्नार्ड शॉ से मिलन...
आदमी की तरकीबें अहंकार की बहुत अदभुत हैं - ओशो गांधी जी गोलमेज कांफ्रेंस में इंग्लैंड गए थे। गांधी जी के एक सेक्रेटरी बर्नार्ड शॉ से मिलन...
नींद से भरे हुए लोग ही स्वर्ण को पकड़े बैठे हैं - ओशो अहंकार अजीब तरह की चुनौतियां स्वीकार कर लेता है: गौरीशंकर पर चढ़ना है, चांद पर जान...
मुझ पर आलोचना की जाती है कि मैं स्व-घोषित भगवान हूं - ओशो मगर जीसस को जब सूली लगी तो एक भी शिष्य वहां मौजूद नहीं था, सब भाग खड़े हुए। एक ...
आदमी का अहंकार अपने लिए नए रास्ते खोज लेता है - ओशो एक आदमी पेरिस विश्वविद्यालय में फिलासफी का प्रोफेसर था। और उसकी बात मुझे इतनी प्रीतिकर...
सत्य के आकाश में कोई चरण-चिह्न नहीं बनते - ओशो ईसाई सोचते हैं: जो जीसस की नाव में नहीं बैठेगा वह नहीं पहुंचेगा। मगर उनको यह भी खयाल नहीं आ...
जिसने भगवत्ता जानी वही घोषणा करेगा - ओशो जो लोग मुझसे पूछते हैं स्व-घोषित भगवान आप कैसे, उनसे मैं कहना चाहता हूं: जिसने भगवत्ता जानी वही ...
भारत एक अतीत-उन्मुखी देश - ओशो भारत एक मरा हुआ देश है। हमारा जो अस्तित्व है वह पोस्थुमस है, मरने के बाद का है। हम हजारों साल से मुर्दे की...
अनुकरण नहीं--स्वयं होना जरूरी - ओशो अनुकरण नहीं--स्वयं होना जरूरी है। निजता की उदघोषणा जरूरी है। अब तक यही सिखाया गया है सदियों से कि पकड...
धर्मों ने धर्म की हत्या कर दी - ओशो प्रश्न - मैं आपके पुराने परिचित स्वर्गीय प्रोफेसर लाली प्रसाद श्रीवास्तव, जिन्हें आप लल्लू बाबू के न...
इस देश को एक विचार की क्रांति की जरूरत है - ओशो मैंने सुना है, एक गधे ने अखबार पढ़ना सीख लिया था। मुझे भी हैरानी हई कि गधे ने ...
जिसे आना था वह तुम्हारे भीतर मौजूद है - ओशो किसका इंतजार कर रहे हो? कोई आने वाला नहीं। किसका इंतजार कर रहे हो? जिसे आना था वह तुम्हारे भीतर...
द्रोणाचार्य जैसा छल वाला आदमी खोजना कठिन है - ओशो 'जिसमें छल मिला हुआ है वह सत्य नहीं है।' क्या बकवास और फिजूल की बातें! इसको कह...