सिद्धार्थ उपनिषद Page 123
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कुलदेवता क्या है ? तुम्हारे कुल खानदान में कोई ऐसा सम्माननीय , आदरणीय व्यक्ति जो जिम्मा लेता है इस कुल की रक्षा करेंगे - उसका नाम कुलदेवता है . लोग उसकी पूजा करते हैं , आदर देते हैं और वह खानदान की रक्षा करता है . पारिवार की रक्षा करता है . एक टाइम लोग इसे debiate (नजरअंदाज) कर जाते हैं , क्योंकि कोई तर्क नहीं दिखता है . लेकिन तब मैंने देखा है बहुत सारे परिवारों में हानि हो जाती है . एक परिवार था , कुलदेवता की पूजा उसने छोड़ दिया . हर साल उसके परिवार में एक मृत्यु होती रही , चार साल तक . वह परिवार आया मैंने सूफी बाबा के पास उन्हें भेज दिया . सूफी बाबा ने कहा तुम लोग कुलदेवता की पूजा करते थे - उन्होंने कहा हाँ . फिर छोड़ क्यूँ दिया . उन्होंने कहा कोई तर्क समझ में नहीं आया कि क्यों पूजा करें . सूफी बाबा ने कहा - जा फिर से पूजा आरम्भ कर दो . और तब से कोई अकाल-मृत्यु उस परिवार में नहीं हुई . अगर एक अगरबत्ती दिखा देने से कोई खुश होता है तो उसे नाराज करने की जरुरत क्या है ?